गंगा विला में प्रतिभागियों के सामने एक कठिन टास्क है क्योंकि इस सप्ताह उनके रीति-रिवाजों और धार्मिक संस्कारों के ज्ञान की परख होगी। चिंटू की दादी को इंप्रेस करना आसान नहीं होगा यह सब देखना निश्चित तौर पर रोचक होगा
एक्साइटमेंट, ड्रामा और ढ़ेर सारी राजनीति से भरपूर, ज़ी गंगा के मेमसाब नंबर 1 सीज़न 10 में गंगा विला में प्रतियोगियों को एक पल का सुकून नहीं है। पिछले चार हफ्तों के दौरान भोजपुरी एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अभूतपूर्व बैटलग्राउंड देखने को मिला है। यह रियलिटी शो दर्शकों को एंटरटेनमेंट के साथ रोमांच से भर देता है क्योंकि चुनौतियों की एक सीरीज को पूरा करने में ये रियल-लाइफ हीरोज बिल्कुल आमने-सामने आ जाते हैं। हर प्रतियोगी के इस शानदार ट्रॉफी को घर ले जाने के एक कदम करीब पहुंचने के साथ, पांचवें सप्ताह में टास्क को पूरा करना और कठिन होता जा रहा है।
लोकप्रिय भोजपुरी और हिंदी एक्टर पुष्पा वर्मा के प्रदीप पांडे चिंटू की दादी के रूप में शो में एंट्री के साथ ही प्रतियोगियों के बीच हलचल और हंगामा देखने को मिलने वाला है। सीनियर मैट्रिआर्क प्रतिभागियों को उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसकने का एहसास कराती हैं जब शो के आने वाले एपिसोड्स में वे कुछ चीजों के आधार पर उनको जज करती हैं।
पावर पैक्ड एंटरटेनमेंट से भरपूर, इस आने वाले सप्ताह के एपिसोड्स ‘नेग जोग के लेखा’ थीम पर आधारित हैं। प्रतियोगियों को उनके रीति-रिवाजों और धार्मिक अनुष्ठानों के ज्ञान के आधार पर जज किया जाएगा। इन चीजों को घर की दादी से बेहतर कोई नहीं जानता, चिंटू की दादी जज की भूमिका में हैं, प्रतियोगियों को परखने की जिम्मेदारी अपने हाथ में लेती हैं। जबकि बाद वाले को अपना 100% से ज्यादा देना पड़ता है। शो में मधु प्रसाद लक्ष्मी-गणेश को गलत तरीके से रख देती हैं, जबकि वंदना गुप्ता ने खौचा में नारियल गलत तरीके से डाल दिया और माखौल का हिस्सा बन गईं वहीं चांदनी सिंह पंचमेवा पूजा सामग्री के बजाय नाव मेवा डाल देती हैं, जिससे दादी क्रोधित हो जाती हैं। क्या प्रतियोगियों पर इसका कोई असर होगा?
दूसरों को असफल होते हुए देखना उनके चेहरे पर एक कुटिल मुस्कान ला सकता है, वे जानते हैं कि उनके सामने सफलता और असफलता के बीच एक बहुत बारीक रेखा है। और “दादी” कठोरता के साथ उनकी स्किल्स को रेट और जज करती हैं, अगले कुछ एपिसोड्स में धूम-धड़ाका देखने को मिलने वाला है, जहां प्रतियोगियों पर प्रेशर पीक पर पहुंचने पर बड़े ब्रेकडाउन होंगे।
इसके अलावा, सोशल मीडिया पर मेमसाब नंबर 1 के एक्साइटमेंट को बढ़ाते हुए, चैनल हर गुरुवार को शाम 6 बजे ज़ी गंगा के फेसबुक पेज पर बबुनी के बवंडर खुलाशा पेश करेगा, जो शो के अनदेखे पहलुओं को सामने लाता है, जहां शो से बाहर निकल चुके प्रतियोगी फेसबुक पर लाइव होते हैं। वे लाइव दर्शकों के साथ बातचीत करते हैं कि क्या उनका इलिमिनेशन उचित था, उनके इलिमिनेशन के पीछे की वजह के साथ ही गंगा विला की कई अंदरूनी खबरें भी मिलती हैं। इसके साथ ही, बाबुनी नामे संदेश, में प्रशंसक अपने पसंदीदा प्रतियोगियों को अपने संदेश भेज सकते हैं और अपने लाइव के दौरान वह उन चुनिंदा संदेशों को पढ़ती है। जबकि महाघमासान झलक में उपभोक्ता प्रतियोगियों के बीच गलाकाट प्रतियोगिता देखते हैं और हर हफ्ते मेमसाब नंबर 1 को देखने वाले लाखों दर्शकों को बांधकर रखते हैं। और नए फॉर्मेट में दर्शकों को बांधे रखने की थंपिग वरडिक्ट देते हैं।